हौसलों से कायम की मिसाल,अपनी कमजोरी को बनाई अपनी ताकत

कहते है अगर हौसले मजबूत हो और कुछ करने की ललक मन में हो तो कुछ भी नामुमकिन नही है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला है धर्मनगरी ऋषिकेश में, यहाँ अंजना नाम की एक लड़की रोज गंगा किनारे बैठती है और अपने परिवार के पालन पोषण के लिए पेंटिंग बनाती है , पर आपको जानकर आश्चर्य होगा की ये अंजना माली पेंटिंग्स को अपने हाथ से नही बल्कि पांव से बनाती  है ।
बचपन से ही प्रकृति का चेलेंज झेल रही अंजना के दोनों हाथ नही है और कमर में प्रॉब्लम होने के कारण झुक कर चलती है। एक बेहत गरीब परिवार से होने के कारण आर्धिक मदद का तो सवाल ही नही होता,अंजना ने खुद ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठाने  की सोची ,और अपने पैर से पेंटिंग करनी शुरु की , आज न केवल उसके द्वारा बनाई गई पेंटिंग लोगों को पसंद आती है बल्कि लोग उन पेंटिंग को खरीदते भी है। जिससे अंजना का घर चलता है।अंजना का सपना है कि एक दिन वो अपनी एक पेटिंग को प्रधानमंत्री जी को भेंट करें। अंजना माली बताती है कि अगर हम कोशिश करे और हिम्मत से काम करें तो कोई भी काम नामुमकिन नही।आज अंजना उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है जो प्रकृति का चेलेंज झेल रहे है । अंजजना सबको सीख दे रही है की चाहे कोई भी परिस्थिति क्यूँ न हो हमें उनका सामना करना चाहिए।