एनसीसी कैडेटों ने उपभोक्ता अधिनियम को लेकर किया जागरूक

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देहरादून। विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस के अवसर पर जिम्प पायनियर स्कूल के एनसीसी कैडेटों ने पीतांबरपुर आर्केडिया-ग्रांट में घर-घर जाकर क्षेत्रवासियों को उनके हितों के लि‍ए बनाए गए उपभोक्ता संरक्षण अधि‍नियम और उसके अंतर्गत आने वाले कानूनों की जानकारी देकर जागरूक किया।
शुक्रवार को कैडेटों के साथ जिम्प पायनियर स्कूल की एनसीसी केयर टेकर शालिनी वर्मा के नेतृत्व में अभियान चलाया गया। कक्षा 11वीं के कैडेट चन्दन बिष्ट व कैडेट रजत महर ने बताया कि उपभोक्ता संरक्षण कानून अधिनियम 1986 के अंतर्गत उपभोक्ता को कुछ अधिकार दिए गए है, जिनसे उनको होने वाली हानि से उन्हें बचाया जा सके। इन अधिकारों की जानकारी होना हर उपभोक्ता के लिए बेहद जरुरी है। 11वीं की छात्रा कैडेट दिव्या भट्ट व कैडेट नितीश कुमार ने सुरक्षा का अधिकार के बारे में बताते हुए कहा कि प्रत्येक उपभोक्ता हो खरीदे गई उत्पाद से किसी भी तरह की हानि न हो इसका अधिकार है। कैडेट निशा कुमारी ने सूचना पाने का अधिकार के बारे में बताते हुए कहा कि किसी भी वस्तु और सेवाओं को लेने से पहले उनसे सम्बंधित सभी जानकारी पाने का उपभोक्ताओं को अधिकार है। कैडेट अंकित नौडियाल व अभिषेक वर्मा ने चुनने का अधिकार के बारे में बताते हुए कहा कि उपभोक्ताओं पर किसी भी वस्तु और सेवा को लेने के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता है, उनको पूरी स्वतंत्रता है की वह अपने पसंद की वस्तु और सेवा का चुनाव खुद करें।
कैडेट खुशबू नेगी व कैडेट खुशी कनोजिया ने सुने जाने का अधिकार के बारे में बताते हुए कहा कि उपभोक्ता के किसी भी अधिकार के खंडन होने पर उसको हक है कि वो कानून का दरवाजा खटखटाए और उसकी समस्याओं को सुना जाए और उनका समाधान भी किया जाए।
जिम्प पायनियर स्कूल के प्रधानाचार्य जगदीश पाण्डेय ने बताया कि उपभोक्ताओं के विभि‍न्न हितों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस मनाया जाता है, वहीं हर साल 24 दिसम्बर को राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण दिवस भी मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं या ग्राहकों को उनके हितों के लि‍ए बनाए गए उपभोक्ता संरक्षण अधि‍नियम और उसके अंतर्गत आने वाले कानूनों की जानकारी देना है। उन्होने बताया कि ग्राहकों को अपने अधिकार जानने चाहिए व जागरूक रहना चाहिए। इस मौके पर काफी संख्या में स्कूली छात्र-छात्राएं व शिक्षक भी अभियान का हिस्सा बने।