आठवें हेरिटेज टूरिज्म काॅकलेव में हेरिेटेज टूरिज्म को बढ़ाने की अपार संभावनायें

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मसूरी, हेरिटेज होटल, वैलकम होटल द सवाय में आयोजित आठवें हेरिटेज टूरिज्व काॅकलेव का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के निदेशक डा.संजीव चोपड़ा ने दीप प्रज्वलित व रीबन काटकर किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, “टूरिज्म में अपार संभावनाए है, मै पहले जिलाधिकारी रहा हू तथा इस दिशा में कार्य किया है। यह आयोजन देश के हेरिटेज टूरिज्म में मील का पत्थर साबित होगा क्यों कि यहां विभिन्न देशों के राजदूतों ने अपने देश के हेरिटेज टूरिज्म के बारे में बताया है, इससे निश्चित की हेरिटेज टूरिज्म को आगे बढाने में मदद मिलेगी।” इस मौके पर उन्होंने विदेशों से आये राजदूतों का विशेष आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में होटल सवाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई कि यह संपत्ति दो सौ साल पुरानी है तथा विश्व के सबसे पुराने होटलों में है। यहां पर ततकालीन समय में देश-विदेश के अनेक बडी सेलिब्रिटियों ने आकर प्रकृति का आनंद लिया व यहां की खूबसूरती को निहारां।  कार्यक्रम की चेयरपर्सन राधा भाटिया ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि, “भारत विभिन्न्न संस्कृतियों का देश है, तथा भी तक अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजो कर रखा गया है।” उन्होंने कहा कि भारत में अनेकों धरोहरे है लेकिन उनका प्रचार प्रसार नहीं हो पाया है, यहां हेरिटेज टूरिज्म की अपार संभावनाएं है।

भारत में विश्व से बड़ी संख्या में हेरिटेज टूरिज्म व ऐतिहासिक स्थलों को देखने टूरिज्म आते हैं और इससे रोजगार का भी बड़ा अवसर मिलता है। वहीं देश की आर्थिकी में महत्व रखता है। एक ओर जहां यहां अनेक महल है जो विश्व में अनुठे हैं वहीं यहां का खान पान, पहनावा, बोली भाषा भी हेरिटेज टूरिज्म के क्षेत्र में अहम योगदान रखती है।

इस मौके पर कार्यक्रम में उत्तराखंड चेप्टर के चेयरमैन एसपी कोचर ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि, “भारत में अनेक हेरिटेज में महत्व रखने वाले स्थान हैं जिनको आगे बढाया जा सकता है।” होटल वैलकम सवाय के ओनर किशोर काया ने होटल मे आये सम्मेलन दिल्ली में आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम में बुल्गारिया, मलेशिया, पेरूगुवे, मारीशस, ताइवान, आदि देश के राजदूतों ने अपने देश के हेरिटेज प्र्यटन पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में ख्यातिप्राप्त लेखक पदमभूषण रस्किन बाॅड, बिल एटकिन, ब्रदर कैरल व राजा दिनराज प्रताप सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में सम्मेलन की रिपोर्ट का लोकार्पण किया गया। अंत में प्रिसिंपल डायरेक्टर पीएचडीसीसीआई ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर देश भर से होटल, टेवल आदि के प्रतिनिधि मौजूद रहे।