एचआईएचटी डॉ.स्वामी राम के 22 वें महासमाधि वार्षिक समारोह का समापन

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डोईवालाः एचआईएचटी संस्थापक डॉ.स्वामीराम की महासमाधि की 22वीं वर्षगांठ पर भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि, “स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) अध्यात्म, स्वास्थ्य व तकनीकी शिक्षा का गढ़ है।”

एचआईएचटी संस्थापक डॉ.स्वामीराम की महासमाधि की 22वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कह कि ‘प्रेम, सेवा व स्मरण’ की मूल भावना के उद्देश्य से डॉ.स्वामी राम ने 1989 में हिमालयन इंस्टिट्यूट की स्थापना की।स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय देश ही नहीं दुनिया के चुनिंदा संस्थानों में हैं, जहां एक छत के नीचे डॉक्टर, नर्सेज, इंजीनियर व मैनेजमेंट के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।” उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से एक-दूसरे से विचार साझा कर समाज व राष्ट्र की उन्नति में सहयोग देने का आह्वान किया।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वामी जी के पौड़ी गढ़वाल स्थित पैतृक गांव तोली में पॉलीटेक्निक कॉलेज के संचालन की सराहना की। पहाड़ के शिक्षित होने से ही उत्तराखंड का विकास संभव हो सकत है। ट्रस्ट के अध्यक्षीय समिति के सदस्य डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि, “एसआरएचयू युवाओं को स्वरोजगार मॉडल की तरफ प्रोत्साहित कर रही है। उच्च शिक्षा वही कारगर है जो पलायन को रोके और युवाओं को उनके क्षेत्र में ही स्वरोजगार दे सके। इस कड़ी में मध्य प्रदेश की सामाजिक संस्था ‘सेवाधाम’ के संस्थापक सुधीर भाई गोयल को स्वामी राम मानवता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।”

उन्हें गोल्ड मेडल, प्रशस्ति पत्र तथा पांच लाख रुपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय सहित प्रदेश भर के करीब 2461 मेधावी छात्र-छाक्त्राओं को करीब 11 करोड़ 76 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी गई। इससे पूर्व बीते वर्ष संस्थान से 23 कर्मचारियों को बेस्ट इंप्लवाई अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले स्वामी राम सेंटर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ट्रस्ट के संस्थापक ब्रह्मलीन डॉ.स्वामीराम को ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दोपहर में आयोजित भंडारे में करीब सात हजार लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। शाम को भजन संध्या का आयोजन किया गया।