एनएच 74 घोटाले में एसआईटी की लगातार पुछताछ जारी

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एनएच 74 मुआवजा घोटाले में पूर्व पीसीएस अफसर डीपी सिंह से पूछताछ के बाद शनिवार को एसआइटी ने पूर्व एसएलएओ अनिल कुमार शुक्ला से लंबी पूछताछ की। करीब सात घंटे चले सवाल-जवाब में शुक्ला खुद को बेगुनाह बताते रहे। उनका कहना था कि बेवजह उनका नाम घसीटा गया है और घोटाले से उनका कोई लेना-देना नहीं। वह जितने समय भी एसएलएओ रहे न्यायसंगत काम किया। अधिकार क्षेत्र से कभी बाहर नहीं गए। उन्होंने कुछ साक्ष्य भी एसआइटी को उपलब्ध कराए। इसके साथ ही पांच अन्य कर्मचारियों और किसानों के भी एसआइटी ने बयान दर्ज किए।

करोड़ों के मुआवजा घोटाले की जांच ने तेजी पकड़ ली है। अब तक सीआरपीसी की धारा 160 के तहत 90 से अधिक लोगों को नोटिस जारी कर एसआइटी के समक्ष बयान दर्ज कराने को कहा गया है। इनमें 25 लोग बयान दर्ज करा चुके हैं। पूर्व एसएलएओ डीपी ¨सह भी इसमें शामिल हैं। शुक्रवार को उनसे सात घंटे पूछताछ के बाद शनिवार को एसएलएओ रहे अनिल कुमार शुक्ला से पूछताछ का सिलसिला चला। शुक्ला फिलहाल निलंबित चल रहे हैं। करीब सात घंटे वह एसआइटी के सामने सवालों का जवाब देते रहे। बताते चलें कि शुक्ला एसएलएओ रहने के साथ ही एसडीएम रुद्रपुर और सितारगंज भी रहे।

पूरी पूछताछ में वह इस घोटाले से किनारा करते रहे। उनका कहना था कि न तो एसएलएओ रहते और न ही एसडीएम के अपने कार्यकाल में कोई गड़बड़ी हुई है। जो 143 की गई है, वह ठीक है और बैक डेट में उन्हें दर्ज करने जैसी कोई बात नहीं है। शुक्ला ने कुछ साक्ष्य भी टीम को उपलब्ध कराए। बता दें कि शुक्ला शुक्रवार को भी अपने बयान दर्ज कराने पुलिस कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन उन्हें शनिवार का समय दिया गया था। शुक्ला निर्धारित समय पर एसआइटी के सामने हाजिर हुए। उनके अलावा पांच अन्य कर्मचारियों और किसानों के बयान दर्ज किए गए हैं।