मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना का वरिष्ठ नागरिक उठाए लाभ

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चारधाम

उत्तरकाशी। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा राज्य के वरिष्ठ नागरिकों के लिए चलाई जा रही प. दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना को वरिष्ठ नागरिकों को अब पूर्व में निर्धारित धामों के अतिरिक्त निशुल्क यात्रा करने का अवसर मिलेगा।
योजना के अन्तगर्त उत्तराखंड के वरिष्ठ नागरिक जिला पर्यटन विकास अधिकारी के कार्यालय में अपना पंजीकरण करवा कर इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। पंजीकरण पहले आवों पहले पाओं के अधार पर किये जाएंगे। जिलाधिकारी डा. आषीष चौहान ने पर्यटन अधिकारी प्रकाश खत्री को निर्देश दिए कि वे सरकार द्वारा सांचलित मातृ- पितृ तीर्थाटल योजना का जनपद के अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को लाभ पंहुचना सुनिश्चत करें।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी खत्री ने बताया कि पूर्व में संचालित मेरे बुर्जुग मेरे तीर्थ का नाम वर्तमान में पंडित दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थटन योजना कर दिया गया है। अब तक श्री बद्रिनाथ, गंगोत्री धाम, नानकमता, एवं रीठा-मीठा साहिब तीर्थो की निशुल्क यात्रा करायी जा रही थी। लेकिन अब कलियर शरीफ (हरिद्वार), ताड़केष्वर (पौड़ी), कालीमठ (रुद्रप्रयाग), जागेश्वर (अल्मोड़ा), गैराड़ गोलू (बागेष्वर), गंगोलीहाट (पिथौरागढ़) , महासूदेवता हनोल (देहरादून), कलिका, ज्वाल्पा (पौड़ी गढ़वाल) आदि धार्मिक स्थालों की निशुल्क यात्रा कराने का अवसर मिल सकेगा। नए तीर्थ स्थानों को योजना में शामिल किए जाने से जनपद के वरिष्ठ नागरिकों को अब तीर्थ यात्रा के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। बताया कि यात्रा के बारे में अधिक जानकारियां पर्यटन कार्यालय से ली जा सकती है।