यात्रा मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों की पहले से होगी पहचान

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(देहरादून) क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) तीर्थयात्रा सीजन शुरू होने से पहले चार धाम यात्रा सर्किट पर दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करेगा। सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) अरविंद पांडे ने कहा कि, “जल्द ही दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान करने जा रहे हैं और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे।” पांडे ने कहा, “आरटीओ यात्रा मार्ग का सर्वेक्षण कर रहा है जिसके बाद हम अपनी रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को भेजेंगे। सभी तीर्थयात्रियों, उचित पैरापेट, अन्य सुरक्षा सुविधाओं और आवश्यक संकेतों के लिए मार्ग पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए।

आपको बतादें कि चार धाम यात्रा 7 मई से शुरू होगी, जिसमें यमुनोत्री और गंगोत्री मंदिरों को फिर से खोला जाएगा, जिसके बाद 9 मई को केदारनाथ मंदिर और 10 मई को बद्रीनाथ में फिर से यात्रा निकाली जाएगी।

इस बीच, आरटीओ ने अपने वाहन-4 सॉफ्टवेयर को प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) केंद्र से जोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण के साथ, केंद्र ने एडवाइजरी जारी किया है जिसके बाद आरटीओ ने यह कदम उठाया है।

इस बारे में और जानकारी देते हुए पांडे ने कहा, “भविष्य में विभाग सख्ती से पीयूसी प्रमाणपत्र रखने के नियम को लागू करने जा रहा है। जो नागरिक इसका पालन नहीं करेंगे, उन पर मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।