दस आंगनबाडी केंद्रों को किया माॅडल केंद्र के रूप में चयनित

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गोपेश्वर। नौनिहालों को शिक्षा देने के लिए आंगनबाडी केन्द्रों को माॅडल के रूप में तैयार करने के लिए 10 आंगनबाडी केंद्रों चयन किया गया है, जिनमें नौनिहालों के सर्वांगीण विकास के लिए शीघ्र ही सभी सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
जिलाधिकारी ने पहले चरण के तहत चयनित सभी आंगनबाडी केंद्रों में प्रोजेक्टर, आॅडियों, वीडियो किट, फर्नीचर, कलर मैट, कलर बुक, गुढढा-गुढढी बोर्ड, खेलकूद तथा लंबाई और वजन मापने के लिए आवश्यक सामग्री का क्रय करने के लिए शीघ्र कोटेशन की कार्यवाही करने के निर्देश सीडीपीओ को दिये है। माॅडल आंगनबाडी केंद्रों में भोजन व्यवस्था के लिए गैस कनेक्शन तथा पठन-पाठन के लिए विद्युत कनेक्शन भी मुहैया कराने को कहा। इसके साथ ही आंगनबाडी केंद्रों में आर्ट टीचरों के माध्यम से आकर्षक व संदेशपरक वाॅल पेंटिंग भी कराने के निर्देश दिये। आंगनबाडी केंद्रों में गुणवत्ता परक शिक्षा देने के लिए डायट के माध्यम से जिले में कार्यरत आंगनबाडी कार्यकत्रियों को दिये गये प्रशिक्षण कार्यो की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जो कार्यकत्री प्रशिक्षण नही ले पायी है, उन्हें शीघ्र प्रशिक्षण दिया जाय। उन्होंने सभी आंगनबाडी केंद्रों पर मासिक एक्टिविटी के लिए निर्धारित बुकलेट के अनुसार ही बेसिक एक्टिविटी शुरू कराने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन विकासखंडों में लिंगानुपात कम है, उन सभी ब्लाकों में बेटी बचाओं बेटी पढोओ का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। उन्होंने आगामी राष्ट्रीय बालिका दिवस, 24 जनवरी 2019 को शिक्षा, खेलकूद आदि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को भी सम्मानित करने के निर्देश सीडीपीओ को दिये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हसांदत्त पंाडे, एसडीएम बुसरा अंसारी, प्राचार्य डायट कुंवर सिंह, प्रवक्ता डायट भगत सिंह कनवाल, सीएचओ नरेन्द्र यादव, सीडीपीओ सोएब हुसैन आदि मौजूद थे।